आईटीआर रिफंड में देरी: कारण, समाधान और पूरी प्रक्रिया को समझने का आसान तरीका

हर साल लाखों लोग अपना Income Tax Return (ITR) समय पर भरते हैं और रिफंड का इंतज़ार करते हैं। सामान्यतः रिफंड कुछ दिनों या हफ़्तों के भीतर मिल जाता है, लेकिन कई बार यह प्रक्रिया लंबी हो जाती है और करदाताओं को ITR Refund Delay का सामना करना पड़ता है। कई लोग चिंतित हो जाते हैं—किस वजह से रिफंड अटका है, क्या करना चाहिए, कहां शिकायत करें, कितने दिन लगेंगे? अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो यह लेख आपके लिए पूरी तरह उपयोगी है। इसमें हम ITR रिफंड में देरी के कारणों, उससे बचने के तरीकों, समाधान और अनुभव आधारित सुझावों को सरल भाषा में समझाएंगे।

Nov 25, 2025 - 20:37
Nov 25, 2025 - 20:41
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आईटीआर रिफंड में देरी: कारण, समाधान और पूरी प्रक्रिया को समझने का आसान तरीका

हर साल लाखों लोग अपना Income Tax Return (ITR) समय पर भरते हैं और रिफंड का इंतज़ार करते हैं। सामान्यतः रिफंड कुछ दिनों या हफ़्तों के भीतर मिल जाता है, लेकिन कई बार यह प्रक्रिया लंबी हो जाती है और करदाताओं को ITR Refund Delay का सामना करना पड़ता है। कई लोग चिंतित हो जाते हैं—किस वजह से रिफंड अटका है, क्या करना चाहिए, कहां शिकायत करें, कितने दिन लगेंगे?

अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो यह लेख आपके लिए पूरी तरह उपयोगी है। इसमें हम ITR रिफंड में देरी के कारणों, उससे बचने के तरीकों, समाधान और अनुभव आधारित सुझावों को सरल भाषा में समझाएंगे।


1. परिचय: ITR रिफंड क्यों मिलता है और देरी क्यों होती है?

जब आप अपने टैक्स से ज़्यादा TDS भर देते हैं या कर योग्य आय आपकी छूट सीमा से कम होती है, तो सरकार आपको अतिरिक्त राशि ITR Refund के रूप में वापस करती है।
आमतौर पर रिफंड कुछ दिनों में आ जाता है, लेकिन कई बार टेक्निकल त्रुटियाँ, डॉक्यूमेंट मिसमैच, बैंक डिटेल्स की समस्या या आयकर विभाग की वेरिफिकेशन प्रक्रिया के कारण रिफंड फंस जाता है।

महत्वपूर्ण बात:
2023–24 से सरकार रिफंड प्रक्रिया को और तेज़ व पारदर्शी बनाती जा रही है, परंतु छोटे-छोटे कारण भी रिफंड को रोक सकते हैं।


2. ITR रिफंड का इतिहास और प्रक्रिया (History & Workflow)

पहले रिफंड चेक के माध्यम से भेजा जाता था, जिसमें 1–3 महीने लग जाते थे। बाद में ECS (Electronic Clearance) शुरू हुई, और अब रिफंड सीधे बैंक खाते में भेजा जाता है।

आज पूरी प्रक्रिया डिजिटल है:

  1. ITR फाइल

  2. ITR वेरिफाई

  3. CPC Bengaluru द्वारा स्क्रूटनी

  4. रिफंड प्रोसेस

  5. बैंक खाते में राशि क्रेडिट

अगर इनमें से किसी भी चरण में रुकावट आती है, तो रिफंड में देरी होती है।


3. ITR Refund Delay के मुख्य कारण

नीचे दिए गए कारण सबसे ज्यादा आम हैं:

1. बैंक अकाउंट वेरिफाई न होना

अगर आपका प्री-वैलिडेटेड बैंक अकाउंट अपडेट नहीं है, तो रिफंड नहीं आता।

2. ITR वेरिफिकेशन में देरी

ITR फाइल करने के बाद 30 दिनों के भीतर ई-वेरीफिकेशन जरूरी होता है। अगर आपने देर की, तो रिफंड में देरी होगी।

3. गलत बैंक डिटेल्स

  • IFSC गलत

  • अकाउंट नंबर गलत

  • बैंक मर्जर के बाद नया IFSC अपडेट न करना

4. डेटा मिसमैच

  • Form 16

  • AIS (Annual Information Statement)

  • TDS Certificate

  • Salary Slip
    इनमें किसी भी डेटा में अंतर हो, तो विभाग रिफंड रोक सकता है।

5. रिटर्न स्क्रूटनी में जाना

कभी रिटर्न मैनुअल जांच (Scrutiny) में भेज दिया जाता है। इससे रिफंड देर से मिलता है।

6. लंबित टैक्स डिमांड

अगर आपके खिलाफ किसी पिछले साल का टैक्स बाकी है, तो नया रिफंड रोका जा सकता है।

7. प्रोसेसिंग में समय लगना

कभी ITR की कतार लंबी होती है, जिससे देरी हो जाती है।


4. ITR रिफंड चेक कैसे करें? (Step-by-Step)

A. Income Tax Portal से

  1. www.incometax.gov.in खोलें

  2. लॉगिन करें

  3. “e-File” → “Income Tax Returns” → “View Filed Returns”

  4. यहाँ आपको स्टेटस दिखाई देगा:

    • Submitted

    • Verified

    • Processed

    • Refund Issued

    • Refund Failure

B. NSDL Refund Status

  1. https://tin.tin.nsdl.com/oltas/refundstatus/index.html

  2. PAN + Assessment Year डालें

  3. आपको रिफंड का वास्तविक स्टेटस मिल जाएगा।


5. ITR रिफंड आने में कितने दिन लगते हैं?

2019 तक रिफंड में 20–45 दिन लगते थे।
अब AI आधारित सिस्टम से:

  • साधारण ITR (ITR-1 / ITR-2) → 1–30 दिन

  • जटिल ITR (ITR-3 / ITR-4) → 15–45 दिन

  • पुराने डेटा मिसमैच वाले केस → 2–6 महीने

अगर आपके केस में देरी है, तो परेशानी की बात नहीं—यह सामान्य है।


6. ITR Refund Delay के वास्तविक उदाहरण

उदाहरण 1

राजेश ने ITR-1 भरते समय गलत IFSC लिखा था।
वेरिफिकेशन के बाद स्टेटस आया — “Refund Failure – Incorrect Bank Details”
बाद में IFSC बदलकर कुछ दिनों में रिफंड मिल गया।

उदाहरण 2

श्रीमती अनिता ने Form-16 के TDS और AIS के TDS में अंतर छोड़ा।
CPC ने केस मैनुअल वेरिफिकेशन में भेजा।
यह प्रक्रिया लगभग 3 महीने चली, लेकिन अंत में पूरा रिफंड मिल गया।


7. ITR Refund Delay के समाधान (How to Fix It)

यदि आपका रिफंड लेट हो रहा है, तो नीचे दिए गए उपाय तुरंत करें:

1. बैंक अकाउंट Validate करें

  • इन्कम टैक्स पोर्टल → Profile → My Bank Account

  • सुनिश्चित करें:

    • IFSC सही हो

    • अकाउंट active हो

    • नाम मैच करता हो

2. ITR e-Verify स्टेटस देखें

ई-वेरीफिकेशन हुआ है या नहीं यह चेक करें।
अगर नहीं हुआ, तो Aadhaar OTP से तुरंत कर दें।

3. AIS / Form 26AS / Form 16 मैच करें

डेटा मिसमैच सबसे बड़ी समस्या है।
अगर मिसमैच हो, तो Revised ITR फाइल करें।

4. रिफंड Re-Issue Request दर्ज करें

अगर बैंक डिटेल गलत है:

  • Portal → Services → Refund Reissue
    कुछ दिनों में नया रिफंड जारी हो जाता है।

5. CPC को शिकायत दर्ज करें (Grievance)

  • Portal → Grievance → New Grievance

  • 7–15 दिनों में समाधान मिलता है।

6. हेल्पलाइन पर बात करें

  • 1800 103 4455

  • 080 61464700

7. स्क्रूटनी नोटिस आए तो तुरंत उत्तर दें

अगर Notice u/s 143(1) आया है तो समय पर जवाब देना जरूरी है।


8. Refund Delay से बचने के लिए उपयोगी टिप्स

1. समय पर ITR फाइल करें

Last minute filing से गलतियां बढ़ती हैं।

2. Form 16 और AIS को ध्यान से जांचें

किसी भी अंतर को नज़रअंदाज़ न करें।

3. सही बैंक अकाउंट चुनें

अभी एक्टिव और अक्सर इस्तेमाल किया जाने वाला अकाउंट ही जोड़ें।

4. PAN-Aadhaar लिंक कर लें

अन्यथा आपका ITR प्रोसेस नहीं होगा।

5. ई-वेरीफिकेशन तुरंत करें

फाइलिंग के 5 मिनट बाद ही वेरिफाई कर दें।

6. TDS एंट्री मिलाएं

  • 26AS

  • AIS

  • TIS

  • Form 16

अगर सब मैच हैं तो 95% केस में रिफंड तेज़ी से मिलता है।


9. क्या ITR Refund Delay पर ब्याज भी मिलता है?

हाँ, अगर आपका रिफंड बहुत देर तक प्रोसेस नहीं होता, तो सरकार 6% वार्षिक ब्याज देती है।
यह ब्याज स्वचालित रूप से रिफंड में जोड़ दिया जाता है।
हालाँकि ब्याज केवल तभी मिलता है जब:

  • देरी विभाग की तरफ से हो

  • आपका ITR समय पर फाइल किया गया हो


10. ITR Refund Failure के कारण

नीचे दिए कारणों से रिफंड वापस लौट सकता है:

  • अकाउंट बंद

  • नाम mismatch

  • बैंक मर्जर (Yes Bank → SBI, etc.)

  • गलत IFSC

  • NRE/NRO अकाउंट की पाबंदियाँ

  • बैंक में KYC अधूरा

इनमें से किसी भी समस्या को सुधारने के लिए Refund Reissue Request करें।


11. ITR Refund पर Government की हालिया अपडेट्स

  • ITR की स्वचालित प्रोसेसिंग अब और तेज़ हो गई है।

  • अधिकांश लोगों को 1–2 हफ्ते में रिफंड मिल जाता है।

  • AIS/TIS के कारण ऑटो-मैचिंग आसान हो गई है।

सरकार आने वाले सालों में रिफंड प्रक्रिया को 48 घंटे के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखती है।


12. निष्कर्ष (Conclusion)

ITR रिफंड में देरी अक्सर छोटी तकनीकी गलतियों या डेटा मिसमैच की वजह से होती है।
अगर आपने समय पर ITR फाइल किया है, वेरिफिकेशन सही है और बैंक डिटेल्स सही हैं, तो रिफंड में देरी ज़्यादा समय तक नहीं होगी।

आप को बस ध्यान रखना है:

  • सभी डॉक्यूमेंट मैच हों

  • बैंक डिटेल्स सही हों

  • पोर्टल पर स्टेटस चेक करते रहें

  • जरूरत पड़ने पर Grievance जरूर दर्ज करें

आज की डिजिटल प्रोसेस के कारण रिफंड पहले से काफी तेज़, आसान और पारदर्शी है।